कौशल शिक्षा
केंद्रीय विद्यालयों में कौशल शिक्षा का ध्यान छात्रों को व्यावहारिक और व्यावसायिक कौशल से लैस करने पर केंद्रित है, जो उनके समग्र विकास और भविष्य की रोजगार योग्यता के लिए आवश्यक हैं। पाठ्यक्रम में व्यावहारिक शिक्षा और वास्तविक जीवन के अनुप्रयोगों पर जोर दिया गया है, जिसमें कंप्यूटर विज्ञान, उद्यमिता, कला और विभिन्न व्यवसायों जैसे क्षेत्रों में पाठ्यक्रम शामिल हैं। यह दृष्टिकोण न केवल शैक्षणिक शिक्षा को पूरक करता है, बल्कि छात्रों में सृजनात्मकता, समस्या-समाधान की क्षमताओं और आत्मनिर्भरता को भी पोषित करता है। कौशल शिक्षा को एकीकृत करके, केंद्रीय विद्यालयों का उद्देश्य छात्रों को आधुनिक कार्यबल की चुनौतियों के लिए तैयार करना है, जिससे वे समाज में योगदान देने के लिए तैयार हो सकें।